नर्मदापुरम/ सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के कक्ष क्रमांक 234, बीट सुआरिया नाला, वन परिक्षेत्र कामती में एक मादा तेंदुआ की मृत्यु की घटना सामने आई। इस संबंध में एनटीसीए, नई दिल्ली एवं मुख्य वन्यजीव अभिरक्षक, मध्यप्रदेश, भोपाल के दिशा-निर्देशों के अनुसार त्वरित कार्रवाई की गई।
घटना स्थल को सुरक्षित कर डॉग स्क्वॉड की सहायता से गहन जांच की गई, जिसमें अवैध शिकार के कोई प्रमाण नहीं मिले। मृत मादा तेंदुआ के शरीर पर अन्य वन्यप्राणी के दांतों के निशान पाए गए, जिससे यह अनुमान लगाया जा रहा है कि मृत्यु प्राकृतिक कारणों से हुई है।
मादा तेंदुआ के शव का पोस्टमार्टम वन्यजीव विशेषज्ञ चिकित्सकों की देखरेख में किया गया, जिसमें सभी अंग सुरक्षित पाए गए। पोस्टमार्टम करने वाले . डॉ. प्रशांत देशमुख (प्राणी संरक्षण ट्रस्ट, WCT, डॉ. हमजा फारूखी (वन्यप्राणी चिकित्सक, वन विहार राष्ट्रीय उद्यान, भोपाल), डॉ. संजय कुमार सिंघई (शासकीय पशु चिकित्सक, नर्मदापुरम) चिकित्सक उपस्थित थे।
मध्यप्रदेश शासन वन विभाग के निर्देशानुसार शवदाह (भस्मीकरण) की प्रक्रिया सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के अधिकारियों एवं विशेषज्ञों की उपस्थिति में संपन्न की गई।
शवदाह प्रक्रिया के दौरान राखी नंदा – क्षेत्र संचालक, सतपुड़ा टाइगर रिजर्व, पूजा नागले – उप संचालक, सतपुड़ा टाइगर रिजर्व, अंकित जामोद – सहायक संचालक, सतपुड़ा टाइगर रिजर्व, उप इकाई सोहागपुर, प्रेमनारायण ठाकुर – परिक्षेत्र अधिकारी, कामती, पूजा अहिरवार – सरपंच, टेकापार, एनटीसीए प्रतिनिधि – लखनलाल पटेल एवं बलबहादुर पठारिया, वन्यजीव विशेषज्ञ चिकित्सक – डॉ. प्रशांत देशमुख, डॉ. हमजा फारूखी, डॉ. संजय कुमार सिंघई अधिकारी एवं एनटीसीए के प्रतिनिधी एवं वन्य प्राणि विशेषज्ञ उपस्थित रहे। घटना की पूरी प्रक्रिया की फोटोग्राफी एवं वीडियोग्राफी की गई है। घटना के संबंध में वन अपराध प्रकरण दर्ज कर आगे की जांच जारी है।
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